शनिवार, 14 मई 2011

देवरिया का एक और प्रताप : सूर्यप्रताप


सही दिशा में साकारात्मक चिंतन के साथ किया गया परिश्रम कभी विफल नहीं होता। परिश्रमी के लिए कुछ भी असंभव नहीं होता क्योंकि सच्चा परिश्रमी अगर कोई स्वप्न देखता है तो उसे चरितार्थ करने का दमखम भी रखता है। हाँ पर यह बहुत ही आवश्यक है कि आप अपने लक्ष्य की प्राप्ति के प्रति सत्यनिष्ठ हों।
आइए, आज मैं आपको देवरिया को गौरवांवित करनेवाले, अपने कर्तव्य के प्रति ईमानदार युवा श्री सूर्यप्रताप यादव से मिलवाता हूँ। मुझे बताते हुए अपार हर्ष हो रहा है कि इस युवा ने इस वर्ष आई.ए.एस. परीक्षा के घोषित परिणाम में 402वाँ रैंक प्राप्त कर देवरिया, देवरियाई युवाओं का नाम रोशन किया है।
सूर्यप्रतापजी शुरु से ही अपने कर्तव्य के प्रति पूरे निष्ठावान थे एवं अपने निर्धारित लक्ष्य की प्राप्ति हेतु सत्यनिष्ठा के साथ परिश्रम करते रहे। उनको पता था कि सच्चे मन से किया गया परिश्रम कभी बेकार नहीं जाता। उनकी कड़ी मेहनत रंग लाई और अपने तीसरे प्रयास में उन्होंने अपना निर्धारित लक्ष्य हासिल करने के साथ ही अपने एवं अपनों के सपने को साकार कर दिया।
देवरिया को गर्व है इस युवा परिश्रमी पर। आज देवरियाई युवाओं को सूर्य प्रतापजी के पग-चिह्नों पर चलते हुए अपने सपने को साकार करने के लिए ईमानदारी के साथ परिश्रम करना चाहिए और कुछ ऐसा करना चाहिए जिससे जनपद ही नहीं पूरा राष्ट्र गौरवांवित हो।

बहुत-बहुत बधाई सूर्य प्रताप जी को।

2 टिप्‍पणियां:

बेनामी ने कहा…

सूर्य प्रताप जी को हार्दिक बधाई तथा भविष्य के लिये शुभकामनायें। मुज़े आशा है कि वह देश की सेवा निष्पक्ष रुप से करेगे। मै उनके माता पिता को भी बधाई देता हूँ।

कोमल यादव उप अभियंता बी एच ई एल जगदीशपुर
जिला सी एस एम नगए (अमेठी)उ0प्र0, मूल निवासी सतराँव बरहज् देवरिया

बेनामी ने कहा…

आदर्णीय प्रभाकर जी, मुझे ज्ञात हा हैकि भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाडी उमेश यादव भी मूलतः देवरिया के ही रहने वाले है शायद इनका गाँव रामपुर कारखाना के पास है6 क्या इसकी सही जानकारी मिल सकेगी।


कोमल यादव्